लाइब्रेरी में जोड़ें

हिंदी दिवस की कविताएं


कविता---मुखौटा

अधरों पर मीठी मुस्कान, वाणी से रस टपकाते लोग
नैनों में प्यार मगर दिल में नफरत छुपाए लोग
साँप की बदलती चाल भी धीमी पड़ जाए
गिरगिट के भी रंग धूमिल पड़ जाए
कुछ ऐसे ही लोग हैं दुनिया में,
मुखौटा लगाकर मुस्कुराते हैं ऐसे लोग..!

***
सीमा..✍️🎈
©®
#हिंदी दिवस प्रतियोगिता

   16
8 Comments

आज के परिवेश में मानवीय प्रवृति की यही हकीकत है,, लाजवाब लाजवाब लाजवाब

Reply

Pratikhya Priyadarshini

22-Sep-2022 12:09 PM

Achha likha hai 💐

Reply

Swati chourasia

20-Sep-2022 07:53 PM

बहुत खूब 👌

Reply